पà¥à¤°à¤¥à¤® शकà¥à¤¤à¤¿ मां शैलपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€
परà¥à¤µà¤¤à¤°à¤¾à¤œ हिमालय की पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ पारà¥à¤µà¤¤à¥€ के सà¥à¤µà¤°à¥‚प में साकà¥à¤·à¤¾à¤¤ शैलपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की पूजा नवरातà¥à¤° के पà¥à¤°à¤¥à¤® दिन होती है। इनके à¤à¤• हाथ में तà¥à¤°à¤¿à¤¶à¥‚ल और दूसरे हाथ में कमल का पà¥à¤·à¥à¤ª है। ये नंदी नामक वृषठपर सवार संपूरà¥à¤£ हिमालय पर विराजमान हैं। शैलराज हिमालय की कनà¥à¤¯à¤¾ होने के कारण नवदà¥à¤°à¥à¤—ा का सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® सà¥à¤µà¤°à¥‚प शैलपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ कहलाता है। घोर तपसà¥à¤¯à¤¾ करने वाली शैलपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ समसà¥à¤¤ वनà¥à¤¯ जीव-जंतà¥à¤“ं की रकà¥à¤·à¤• à¤à¥€ हैं। वे सब लोग देवी शैलपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की आराधना करते हैं, जो योग, साधना, तप और अनà¥à¤·à¥à¤ ान के लिठपरà¥à¤µà¤¤à¤°à¤¾à¤œ हिमालय की शरण लेते हैं।
आरती देवी शैलपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी की
शैलपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ मां बैल असवार।
करें देवता जय जयकार।
शिव शंकर की पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤µà¤¾à¤¨à¥€à¥¤
तेरी महिमा किसी ने ना जानी।
पारà¥à¤µà¤¤à¥€ तू उमा कहलावे।
जो तà¥à¤à¥‡ सिमरे सो सà¥à¤– पावे।
ऋदà¥à¤§à¤¿-सिदà¥à¤§à¤¿ परवान करे तू।
दया करे धनवान करे तू।
सोमवार को शिव संग पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€à¥¤
आरती तेरी जिसने उतारी।
उसकी सगरी आस पà¥à¤œà¤¾ दो।
सगरे दà¥à¤– तकलीफ मिला दो।
घी का सà¥à¤‚दर दीप जला के।
गोला गरी का à¤à¥‹à¤— लगा के।
शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ à¤à¤¾à¤µ से मंतà¥à¤° गाà¤à¤‚।
पà¥à¤°à¥‡à¤® सहित फिर शीश à¤à¥à¤•à¤¾à¤à¤‚।
जय गिरिराज किशोरी अंबे।
शिव मà¥à¤– चंदà¥à¤° चकोरी अंबे।
मनोकामना पूरà¥à¤£ कर दो।
à¤à¤•à¥à¤¤ सदा सà¥à¤– संपतà¥à¤¤à¤¿ à¤à¤° दो।
मां शैलपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी का मंतà¥à¤°
या देवी सरà¥à¤µà¤à¥‚तेषॠपà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ रूपेण संसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¾,
नमसà¥à¤¤à¤¸à¥à¤¯à¥ˆ नमसà¥à¤¤à¤¸à¥à¤¯à¥ˆ नमसà¥à¤¤à¤¸à¥à¤¯à¥ˆ नमो नम:।